Dr. Pankaj Dwivedi is a senior joint replacement & orthopedic doctor in Raipur having more than 15 years of experience in this field and practicing in both India and Abroad.
He has completed his MBBS from KMC Mangalore at Manipal Academy and post-graduation from Apollo main hospital Chennai as an orthopedic. He also completed his fellowship in joint replacement at Singapore General Hospital. He has worked with different multispeciality hospitals like BLK Super Speciality Hospital, Delhi, MOHPL Ahmedabad, and Apollo BSR Hospital, Bhilai as HOD of Orthopedics and Joint Replacement.
With Over A Decade Of Experience Performing A Variety Of Surgeries, He Is A Specialist In Knee Replacement, Hip Replacement, Shoulder Replacement, And Other Bone-Related Cases and currently serving as MD of Horizon Hospital, Jal Vihar Colony, Raipur.
घुटने के प्रत्यारोपण में ख़राब अंग को कृत्रिम अंग से बदल कर मरीज़ को इस समस्या से निज़ात दिया जाता है | इससे उसे उम्र भर घुटने की समस्या से छुटकारा मिलता है |
कूल्हे के प्रत्यारोपण की प्रक्रिया में रोगग्रस्त कार्टिलेज और कूल्हे के जोड़ की हड्डी को निकल कर उस स्थान पर कृत्रिम अंग लगाया जाता है जिसे प्रॉस्थेसिस कहते हैं |
अर्थराइटिस या गाठिया, मनुष्य के जोड़ो में संक्रमण, सूजन या दर्द की स्थिति है जिसे आमतौर पर बुजुर्गों में पाया जाता है | आर्थराइटिस शरीर के दूसरे टिशू को भी प्रभावित करता है, जिसके कारण दिल, फेफड़ों, आंखों या नसों में समस्याएं पैदा होने लगती हैं।
जॉइंट रिप्लेसमेंट एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें जॉइंट की क्षतिग्रस्त सतह को कृत्रिम हिस्से से बदल दिया जाता है, जिसे प्रोस्थेसिस (कृत्रिम अंग ) कहा जाता है।
ACL या Anterior Cruciate Ligament रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी में जांघ की हड्डी (फेमूर) और शिन की हड्डी (टिबिया) को जोड़ा जाता है ताकि हमारा चोटग्रस्त घुटना अस्थिर होकर ख़राब न हो |
सायटिक नर्व में दर्द को सायटिका कहते हैं। यह नर्व पीठ के निचले हिस्से से, नितंबों के माध्यम से घुटने के ठीक नीचे समाप्त होती है। वहीं, पीठ के निचले हिस्से में हो रहा लगातार दर्द स्लिप डिस्क का कारण हो सकता है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस गठिया का सबसे आम प्रकार है। यह तब होता है जब आपके जोड़ों की लाइनिंग करने वाला कार्टिलेज घिस या क्षतिग्रस्त हो जाता है और जब आप उस जोड़ का उपयोग करते हैं तो आपकी हड्डियाँ आपस में रगड़ती हैं।
रूमेटाइड आर्थराइटिस (RA) एक दीर्घकालिक (लंबे समय तक रहने वाली) ऑटोइम्यून बीमारी है जो मुख्य रूप से जोड़ों को प्रभावित करती है। RA तब होती है जब प्रतिरक्षा प्रणाली, जो सामान्य रूप से शरीर को संक्रमण और बीमारी से बचाने में मदद करती है, अपने ही ऊतकों पर हमला करती है। यह बीमारी जोड़ों में दर्द, सूजन, अकड़न और कार्यक्षमता की हानि का कारण बनती है।
कोहनी प्रत्यारोपण सर्जरी (एल्बो रिप्लेसमेंट सर्जरी) एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें कोहनी के क्षतिग्रस्त हिस्से को कृत्रिम हिस्से से बदल दिया जाता है। इस सर्जरी का उद्देश्य दर्द को कम करना और कोहनी की गतिविधि को सुधारना होता है।
आर्थ्रोस्कोपी एक मिनिमली इनवेसिव सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें जॉइंट्स (जोड़ों) की अंदरूनी स्थिति को देखने और उसका इलाज करने के लिए एक छोटे टेलीस्कोपिक कैमरा (आर्थ्रोस्कोप) का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में, डॉक्टर एक छोटे चीरे के माध्यम से आर्थ्रोस्कोप को जोड़ में डालते हैं, जिससे उन्हें जॉइंट के अंदरूनी हिस्से का स्पष्ट दृश्य मिलता है।
विभिन्न परिस्थितियों के आधार पर जोड़ों के दर्द का निवारण दवाइयों के द्वारा, फिजिकल थेरेपी या सर्जिकल इंटरवेंशन के द्वारा किया जाता है |
हमारे यहाँ जोड़ों और हड्डी से संबंधित समस्याओं के निदान हेतु डॉक्टरी सलाह दी जाती है, साथ ही परिस्थिति के अनुसार उचित इलाज किया जाता है।